10/3/07

गम की आंधियों से

गम की आंधियों से हम गुजर जाएंगे,

सागर की लहरों में हम उतर जाएंगे,

हमें मरने के लिए जहर की जरुरत नहीं,

दिल से निकाल दों, हम यूहीं मर जाएंगे ।

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